यदि हमने किसी को दान देने का संकल्प किया है, तब संकल्प को तय
तिथि पर किसी भी परिस्थिति में पूरा करना चाहिए।
दान देने में यदि एक दिन का विलंब होता है तो दुगुना
(दोगुणा) दान हो जाता हैं। यदि एक माह का विलंब होता है, तो दान सौगुना हो
जाता है। दो माह पर दान की राशि सहस्त्रगुनी यानी हजार गुना हो जाती है।
अत: दान के लिए जब भी संकल्प करें तो तय तिथि पर दान कर ही देना चाहिए।
अकारण दान देने में विलंब नहीं करना चाहिए।
(ब्रह्मवैवर्तपुराण)
(ब्रह्मवैवर्तपुराण)
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