मायावी गिनतियां. (रोचक कथा) (जीशान जैदी) भाग-45


मायावी गिनतियां.  (रोचक कथा)
(जीशान जैदी)
भाग-45
भाग-44 से लगातार....

इससे पहले उसने एक मुकाम पर कटा हुआ सिर देखा था। और उस सिर ने कहा था कि, ‘‘जिस जगह तुम मेरा कटा हुआ धड़ देखोगे, वही जगह होगी कण्ट्रोल रूम।’’ लेकिन वह सिर तो बूढ़े का था जबकि धड बच्चे का।

फिर उसे याद आया कि जिस ग्रह के लोगों ने उसे एम-स्पेस में कैद किया था, वह बच्चे के साइज़ के बौने प्राणी ही मालूम होते थे। और अगर बूढ़ा जिसका सिर उसने देखा था, उसी ग्रह का था, तो यह धड़ उसका हो सकता था।

‘‘तो क्या यह कण्ट्रोल रूम है?’’ लेकिन ऐसा कोई आसार तो नज़र नहीं आ रहा था। चारों तरफ घुप्प अँधेरा फैला हुआ था। उसने संदूक का ढक्कन फिर उठा दिया, क्योंकि संदूक से निकलती हल्की रोशनी में कमरे का अँधेरा कुछ हद तक दूर हो रहा था। रोशनी में भी सनी को आसपास ऐसा कुछ नज़र नहीं आया कि वह उसे कण्ट्रोल रूम मान लेता। हर तरफ की दीवारें सपाट थीं। कहीं कोई भी मशीनरी दिखाई नहीं दे रही थी।

एक बार फिर उसने अपना ध्यान संदूक की तरफ किया। क्योंकि वही एक चीज़ थी जो कुछ खास थी। वह बारीकी से संदूक का निरीक्षण करने लगा। उसने देखा कि ताबूत में मौजूद धड़ ताबूत के फर्श पर न होकर नुकीली कीलों के ऊपर टिका हुआ था, जो ताबूत के पूरे तल में जड़ी हुई थीं। सनी ने उन कीलों को गिनने की कोशिश की, लेकिन वे संख्या में बहुत ज़्यादा थीं। शायद उनकी संख्या दस हज़ार से भी ऊपर थी।

‘शायद इन बेशुमार कीलों में कोई राज़ छुपा हुआ है।’ सनी के दिल में विचार पैदा हुआ।

उसने एक कील को हिलाने डुलाने की कोशिश की। और इसी क्रिया में वह कील नीचे की तरफ धंस गयी। उसी समय कमरे की दीवार का एक हिस्सा किसी टीवी स्क्रीन की तरह रोशन हो गया और उसपर हरे रंग का लहराता हुआ धुवां जैसा दिखाई देने लगा था। सनी ने कील पर से अपना हाथ हटा लिया। उसके हाथ हटाते ही कील वापस उभर आयी और साथ ही दीवार पर दिखने वाला हरा धुवां गायब हो गया। सनी ने कुछ समझते हुए सिर हिलाया और दूसरी कील दबा दी। एक बार फिर उसी दीवार पर रंगों से कोई अनजान पैटर्न बनने लगा था जो कि पिछले पैटर्न से अलग था।

अब उसने और एक्सपेरीमेन्ट करने का इरादा किया और दो कीलें एक साथ दबा दीं। इस बार नतीजा कुछ और था। दीवार पर किसी अनजान जगह की तस्वीर उभर आयी थी। शायद यह किसी वीरान ग्रह की शुष्क ज़मीन थी। उन्हीं दोनों कीलों को दबाये हुए सनी ने एक तीसरी कील भी दबा दी। इसबार भी नतीजा आश्चर्यजनक था।

क्रमशः

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