"जरूरत पड़े तो सेना की कमान, नरेंद्र मोदी के हाथो अटका देना"

जरूरत पड़े तो सेना की कमान, नरेंद्र मोदी के हाथो अटका देना..
वीररस की कविता का आनंद लीजिये , सुरेन्द्र अलबेलाजी  से.

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