पैरों की बनावट. (लक्षण शास्त्र)


पैरों की नाव.
(लक्षण शास्त्र)

मनुष्य का शरीर अद्भुत है, वह स्वभाव से जुड़ी कोई भी बात छिपाता नहीं है।, चरित्र और व्यक्तित्व कैसा है, ये सब बातें आपका शरीर बड़ी ही आसानी से दूसरों को बताता है। सामुद्रिक शास्त्र के साथ-साथ अब तो कई वैज्ञानिक विश्लेषण भी होने लगे हैं, जिनके आधार पर शारीरिक अंगों का आंकलन कर इंसान के स्वभाव को अनुमानित किया जाता हैं, बिलकुल वैसे ही जैसे लक्षणों के आधार पर बिमारी समझी जाती हैं।

सामुद्रिक शास्त्र जो भारत की प्राचीनतम विद्याओं में से एक है, के अनुसार भी शारीरिक लक्षणों के आधार पर सम्बंधित व्यक्ति का स्वाभाव और आचरण अनुमानित किया जाता हैं। पैरों की बनावट के आधार पर विशेष तथ्य।

चौड़े पैर वाले लोग.

अगर पैर ज्यादा चौड़े हैं, तो यह इस बात का सूचक है कि सम्बंधित व्यक्ति मेहनती है। वह एक क्षण भी खाली बैठना पसंद नहीं करता। उसे वे लोग बिल्कुल पसंद नहीं आते जो सिर्फ बातें करने में विश्वास रखते हैं और काम करने से हिचकिचाते हैं।

छोटे पैर.

छोटे पैर वाले की पसंदगी होती हैं कि लोग उसके आसपास घूमें। उसे अपने जीवन में सिर्फ अच्छी और सुंदर वस्तुओं का ही शौक होता हैं। लोगों के सामने आने में हिचकने वाले ये लोग दूर रहकर भी खुद को प्रभावी रखते हैं।

उठाव वाले पैर.


जिन लोगों के पैर सपाट न होकर उठाव वाले होते हैं, अर्थात पैरों के नीचे का स्थान समतल नहीं बल्कि धनुष के आकार में होता है, वे लोग काफी बौद्धिक और स्वप्नशील होते हैं। इन्हें दिन में सपने देखने का शौक होता हैं और साथ ही बहुत ही कम उम्र में ये लोग जीवन से संतुष्ट होने लग जाते हैं।

सपाट पैर.

इसके विपरीत जिन लोगों के पैर काफी हद तक फ्लैट या सपाट होते हैं, वे लोग दूसरों की सानिध्य में आनंद ढूंढ़ते हैं। इन्हें यथार्थ में रहना पसंद होता है। ये लोग खुद को सपने देखने की पूरी छूट भी देते हैं।

गद्देदार पैर.

जिन लोगों के पैर गद्देदार याने जिसे देखकर सूजन का एहसास हो, वे लोग आसानी से अपनी बात नहीं कह पाते। ऐसे इंसान अपनी भावनाएं आसानी से किसी को नहीं कहते, जिसकी वजह से अंदर ही अंदर परेशान होते रहते हैं।

फटे हुए पैर.


जिन लोगों के पांव हमेशा फटे रहते हैं, एड़ियों से लेकर पैर की अंगुलियां तक क्रैक होते हैं, ऐसे लोग अपने जीवन में कभी भी कोई निर्णय नहीं ले पाते। इसके अलावा ये लोग इस बात के लिए भी कभी आश्वस्त नहीं होते कि उन्हें जीवन में किस राह पर जाना चाहिए।

पांव की अंगुलियां.

जिस तरह पांव व्यक्तित्व के राज खोलते हैं, उसी तरह पैरों की अंगुलियां भी बहुत कुछ बताती हैं।

बड़ा अंगूठा.

अगर पांव का अंगूठा ज्यादा बड़ा है, तो ऐसे लोग अपने व्यवसाय में सफल होने के लिए बहुत कुछ करते हैं। अधिकांशत: ऐसे लोग दूसरों के सहारे पर जल्दी विश्वास नहीं करते।

छोटा अंगूठा.

अगर पैर का अंगूठा, बाकी अंगुलियों से छोटा है, तो ऐसे लोग भरोसेमंद नहीं होते। अगर अंगूठा, अंगुलियों से दूरी पर है, तो यह इस बात को दर्शाता है कि वह जैसा दिखता हैं, वैसा हैं नहीं, अपने अंदर बहुत सी बातों को छिपाकर रखता हैं।

तर्जनी अंगुली.

अगर तर्जनी अंगुली, अंगूठे से बड़ी है, तो इसका अर्थ है कि उसका दृष्टिकोण काफी हद तक स्पष्ट है। वह विस्तृत सोच रखता हैं और साथ ही किसी दूसरे के नेतृत्व में काम नहीं कर सकता। लेकिन अगर तर्जनी अंगुली छोटी है, तो यह इस बात की ओर इशारा करती है कि वह ऋण के बोझ तले दबे हुए हैं। छोटी तर्जनी अंगुली का मतलब है कि बढ़ती उम्र के साथ-साथ धनवान बनने के योग हैं।

दबी हुई अंगुलियां.


अगर अंगुलियां एक-दूसरे में दबी हुई हैं, किसी के भी पास अपने लिए पूरा स्थान नहीं है तो ऐसे व्यक्ति कभी भी दूसरे पर भरोसा नहीं कर पाते। इनके लिए सबसे मुश्किल काम ही किसी अन्य व्यक्ति पर विश्वास करना है, इसलिए ये चीजों को ऐसे ही जाने देते हैं।

अंगुलियों का झुकाव अंगूठे की तरफ.

अगर अंगुलियां, अंगूठे की ओर झुकती प्रतीत होती हैं तो ऐसा व्यक्ति कभी भी अपने गत या अतीत से बाहर नहीं निकल पाता। ये हमेशा ही पुरानी यादों के साये में जकड़े रहते हैं।

तर्जनी की ओर अंगूठे का झुकाव.

अगर अंगूठा, तर्जनी अंगुली की ओर झुकता है तो यह इस बात का संकेत करता है कि वह हमेशा जल्दी में रहता हैं। इस जल्दी की वजह से कई बार उसको परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।

मुड़ा हुआ अंगूठा.

अगर अंगूठा अपने में ही घुमावदार या वक्र आकार का है तो ऐसे व्यक्ति के विचार धूर्त होते हैं। ऐसे लोग काफी चालाक माने जाते हैं।

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