'हमें मौका नहीं मिला'
प्राय: लोगों को यह कहते सुना है, कि 'हमें जिंदगी में कुछ करने का मौका ही नहीं मिला।' इस सम्बन्ध में एक रोचक कथा मिलती हैं, जिससे स्पष्ट होता हैं कि सबके जीवन में अवसर आता हैं किन्तु स्वयम की सूझ-बूझ की कमी के कारण वह अवसर हाथ से निकल जाता हैं।एक बार एक ग्राहक, जिसकी धारणा बन गई थी कि उसके जीवन में “कोई अवसर नहीं मिला हैं”, तस्वीरों की दुकान पर गया। उसने बड़े ध्यान से वहां लगे चित्र देखे। दो चित्र बड़े अजीब लगे। पहले में एक चेहरा पूरी तरह बालों से ढंका हुआ था और पैरों में पंख थे। दूसरे चित्र में सिर पीछे से गंजा था।
ग्राहक ने उत्सुकता वश दुकानदार से पूछ लिया कि ये चित्र किनके हैं? दुकानदार ने जवाब दिया, ये दोनों तस्वीरें “अवसर” यानी “मौका” की हैं।
ग्राहक को फिर भी कुछ समझ नहीं आया। उसने पूछा- कैसे? इनमें तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा।
दुकानदार ने कहा- पहली तस्वीर में चेहरा बालों से ढंका है, क्योंकि जब भी कोई अवसर या मौका आता है, तो इन्सान उसे पहचानता नहीं है और पंख इसलिए लगे हैं कि यदि मौके का लाभ न उठाया जाए तो वह तुरंत भाग जाता है।
दुकानदार ने आगे कहा, दूसरे चित्र में जो पीछे से गंजा सिर है, वो भी अवसर का है। यदि अवसर को सामने से बालों को पकड़ लेंगे, तो वह आपका है। अगर आपने उसे पकड़ने में देरी कर दी तो पीछे का गंजा सिर हाथ आएगा और वो फिसलकर निकल जाएगा।
ग्राहक को उसके सवाल का जवाब मिल चुका था और वह जिंदगी का एक बड़ा सबक सीखकर, वहां से लौटा।
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