पंजीरी -(स्वास्थ्यवर्धक रूप).

पंजीरी,
(स्वास्थ्यवर्धक रूप)

सत्यनारायण भगवान की पूजा में पंजीरी (प्रसाद) का महत्व होता है। हर महीने की पूर्णिमा को सत्यनारायण की पूजा करने का विधान है, जिसमें पंचामृत के साथ ही पंजीरी जरूरी होती है। इसके बिना सत्यनारायण की पूजा अधूरी मानी जाती है।

उत्तर भारत और पंजाब के कुछ इलाकों में पंजीरी का कई अन्य आवश्यकताओं पर भी उपयोग किया जाता है। उत्तर भारत के कई राज्यों और पंजाब में, इसे सर्दियों का एक खास सेहत से भरे व्यंजन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

दरअसल, गेहूं के आटे, चीनी और घी में तली हुई भारी सूखे फल मेवों से बनाई जाने वाली पंजीरी आमतौर पर सर्दियों में शरीर को गरम रखने के लिए खाई जाती है। पंजीरी सामान्य रूप से जच्चा (प्रसव वाली औरत) और दूध पिलाने वाली माताओं को सेवन कराई जाती है।

यह मां के दूध में बढ़ोत्तरी करती हैं। इसका सेवन शरीर में उष्णता लाता हैं। यह हजारों साल से भारत में उपयोग की जाती रही है। गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग अधिक सार्थक होता है। 


पंजीरी बनाने की सामग्री.

1.  आटा 2 किलो
2.  घी 500 ग्राम
3.  मगज़ 50 ग्राम
4.  चीनी 1 किलो
5.  बादाम 400 ग्राम
6.  खाने वाली गोंद 20 ग्राम
7.  कमरकस 100 ग्राम
8.  2 चम्मच सौंफ
9.  माखाने 100 ग्राम
10. अजवाइन 20 ग्राम
11. 1 चम्मच इलायची का पाउडर
12. 3 चम्मच सोंठ का पाउडर
13. अखरोट 400 ग्राम
14. पिस्ता 200 ग्राम
१५. बूरा चीनी 1 किलो

पंजीरी बनाने की विधि.

एक भारी तले वाली कड़ाही में 500 ग्राम घी गर्म करें। सभी सूखे मेवे एक के बाद एक फ्राई करें, जब तक वे सुनहरे भूरे न हो जाएं। पहले बादाम, फिर काजू, अखरोट, पिस्ता नट्स, मखाने और अंत में तरबूज के बीज भून लें। इसके बाद कमरकस को भी फ्राई कर लें और इसको भी साइड पर रख ले। कसा हुआ नारियल भूने और एक तरफ रख दें।

सब फ्राइ किए हुए ड्राइ फ्रूट्स को दरदरा पीस लें, फिर सब दरदरे पीसे ड्राइ फ्रूट्स, किसा हुआ नारियल और मगज को एक बड़े बर्तन में मिला कर रख दें। कमरकस को भी पीस कर पाउडर बना कर एक तरफ रख लें। बचे हुए घी को गरम करे और मंद आंच पर आटे को सुनहरा होने तक कड़ाही में भूनें।

इसके बाद धीमी आंच पर गोंद कड़ाही में डालकर मिक्स्चर को अच्छे से मिला दें और तब तक हिलाते रहे जब तक गोंद फूटना बंद न हो जाए। इसके बाद सोंठ के पाउडर और अजवाइन को भुने आटे मे मिला दें और अच्छे से कड़ाही में सब को पूरी तरह से मिला लें। गैस बंद करने के बाद सारी सामग्री या मिक्स्चर को अगले 5 से 10 मिनिट तक ओर हिला कर अच्छे से मिला लें।


(टीप-प्रसाद रूप में उपयोग की जाने पंजीरी की सामग्री और निर्माण की विधि अलग हैं)

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