कठिनाइयाँ आत्मबल बढाती हैं|
आप चाहे किसी भी दशा में हों, सदैव आत्मबल लगाकर आगे बढ़ने का प्रयत्न करते रहिये| कठिनाइयों और विपत्तियों से घबरा न जाइये| जब आप इन पर विजय प्राप्त करेंगे तो आपको, बढ़ता हुवा पौरुष और साहस देखकर बड़ा आनंद मिलेगा| यह मत समझिए कि अमुक कार्य से या अमुक कठिनाई से अथवा विपत्ति से हमारा कुछ लाभ नहीं होता| कठिनाइयों को बोझ या विपत्ति समझना, आपका भ्रम हैं; मिथ्या कायरता ओर डरपोक-पन हैं, जो आपको अवनति के गढ्ढे में धकेल रहा हैं| कष्टों ओर विपत्तियों से युद्ध कर उनके विरुद्ध डटे रहने से आपकी आत्मिक ओर नैतिक उन्नति होगी| आप जीवन की साधारण अवस्था से उपर उठ जायेंगे और संसार आपका सम्मान करेगा|
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें