दीपक जलाते समय का मन्त्र.
हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले दीपक जलाया जाता है। नियमित पूजन सहित सुबह-शाम में भी दीपक जलाने की परंपरा है। यह सिर्फ परम्परा ही नहीं बल्कि एक निश्चित विधान हैं। दीपक जलाने के पश्चात दोनों हाथ जोड़कर निम्न लिखित मन्त्र अवश्य बोलना चाहिए:-
मंत्र...
दीपज्योति: परब्रह्म: दीपज्योति: जनार्दन:।
दीपोहरतिमे पापं संध्यादीपं नामोस्तुते।।
शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखं सम्पदां।
शत्रुवृद्धि विनाशं च दीपज्योति: नमोस्तुति।।
इस मन्त्र में-
१. शत्रुता का नाश और घर में सुख-समृद्धि,
२. आरोग्य, धन-संपत्ति में भी वृद्धि, और
३. पापों का नाश होकर, शुभ फलों की प्राप्ति हेतु कामना पूर्ति का, दीपक को नमस्कार करते हुए, निवेदन किया गया हैं।
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